आलीराजपुर ।   विंध्य और सतपुड़ा की मनोरम वादियों और सघन वन के बीच नर्मदा नदी की विशाल जलराशि में क्रूज के जरिए मध्य प्रदेश से गुजरात तक का सफर, यात्रा में मानवीय बसाहट न के बराबर, बस रोमांचित करते टापू और दूर-दूर तक प्रकृति का मनोहारी कलरव। रोमांचित करने वाली यह यात्रा जल्द ही पर्यटक कर सकेंगे। मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड ने प्रदेशभर की जल संरचनाओं में क्रूज परिचालन और जलीय खेलकूद की संभावनाओं को टटोलते हुए ऐसी 20 जल संरचनाओं का चयन किया है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण दो प्रांत मध्य प्रदेश और गुजरात को जल परिवहन से जोड़ने की योजना है। बोर्ड के अनुसार मध्य प्रदेश के बड़वानी से गुजरात के केवड़िया तक नर्मदा नदी में क्रूज परिचालन के लिए पीपीपी (जन निजी भागीदारी) माडल पर आवेदन बुलाए गए हैं। क्रूज चलाने के साथ ही यहां नर्मदा नदी में जलीय खेलकूद को बढ़ावा भी दिया जाएगा। क्रूज के जरिये पर्यटक केवड़िया पहुंचकर स्टैच्यू आफ यूनिटी देख सकेंगे, वहीं आसपास के अन्य स्थलों का भी भ्रमण किया जा सकेगा। बोर्ड को आवेदन मिलने का इंतजार है।

15 से 30 फीसद तक सब्सिडी देगी सरकार

क्रूज परिचालन और जलीय खेलकूद को बढ़ावा देने की इच्छुक एजेंसी को सरकार सब्सिडी भी देगी। निवेश के आधार पर सब्सिडी 15 से 30 फीसद तक होगी।

मालवा-निमाड़ में इन जल संरचनाओं का भी चुनाव

मालवा-निमाड़ अंचल में बोर्ड ने अन्य जल संरचनाओं का चुनाव भी क्रूज चलाने के लिए किया है। खंडवा जिले में इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध, धार में मान जलाशय, आलीराजपुर में फाटा डैम आदि जगहों पर भी जल परिवहन सुविधा मुहैया कराने की योजना है।

तवा से मढ़ई और बरगी से मंडला के बीच नर्मदा में क्रूज परिचालन के लिए सर्वे हो चुका है। बड़वानी से गुजरात के केवडिया तक क्रूज के लिए सर्वे कार्य जारी है।

 उमाकांत चौधरी, डिप्टी डायरेक्टर, मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड