चेन्नई । शिवाकाशी का पटाखा कारोबार निरंतर कम हो रहा है। जिसके कारण स्थानीय लोगों को बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है। 2018 में उच्चतम न्यायालय ने पटाखे में इस्तेमाल होने वाले बेरियम के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिससे शिवाकाशी के 1400 से ज्यादा कारोबारी प्रभावित हुए हैं।
2018 तक शिवाकाशी में लगभग 3000 करोड रुपए के फटाके बिकते थे।जो अब घटकर 2000 करोड़ रुपए पर सिमट गये है।
शिवाकाशी फायरवर्क्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अनुसार बेरियम पर प्रतिबंध के कारण चकरी, अनार, सुरसुरी, स्टार पेंसिल जैसे पटाखे बनाना संभव नहीं रहा। जिसके कारण पटाखों की बिक्री लगातार कम हो रही है। उत्पादन लागत में वृद्धि हुई है। पोटेशियन नाइट्रेट की कीमत लगभग दोगुनी हो गई है। जिसके कारण कच्चे माल और तैयार माल की कीमत बढ़ने से उद्योग में संकट खड़ा हो गया है।