धार ।  शहर के बसंत विहार में बुधवार को 11:30 बजे सनसनी वारदात में युवक ने गोली दागकर युवती की हत्या के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल फैल गया। वहीं मृतिका पूजा के घर में शोक की लहर छा गई। मां का कहना था मुझे क्या पता था कि मेरी बेटी अब नहीं लौटेगी। घर से खुशी-खुशी काम के लिए तीनों बहन एक साथ निकली। एक बेटी हमेशा के लिए अलविदा कह गई। उसकी नर्दयता से गोली दाग कर हत्या कर दी। इधर युवती का शव घर नहीं पहुंचा। उसके पहले पुलिस ने एक्शन लेते हुए आरोपित दीपक के 20 बाय 36 के मकान को ढाई घंटे में ढहा दिया। जब आरोपित के मकान को ढहाया जा रहा था तो बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। हालांकि सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए एसडीएम दीपाश्री गुप्ता, एडिशनल एसपी देवेंद्र पाटीदार सहित पीथमपुर सीएसपी व पांच थानों के टीआई सहित पुलिस बल की मौजूदगी में मकान को ढहाया।

2020 से कर रहा था परेशान

पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि आरोपित दीपक युवती को 2020 से परेशान कर रहा था। आरोपित युवती से एकतरफा प्रेम करता था शादी करना चाहता था। 2020 में युवती ने आरोपित पर छेड़छाड़ का प्रकरण दर्ज करवाया था। 2021 में कोर्ट पेशी के दौरान दोबारा युवक ने युवती के साथ मारपीट की। इसमें दूसरी बार भी प्रकरण दर्ज हुआ था।

इंदाैर नाके से कर रहा था पीछा

पूजा की बहन पायल ने पुलिस को बताया कि हम तीन बहने बाहर काम करती हैं। मैं व बहन नीतूबाला पेट्रोल पंप पर काम करते हैं। वहीं पूजा एक मैडम के घर पर काम करती थी। सुबह नौ बजे घर से हम तीनों बहन आटो से निकले। इसमें इंदौर नाके में रास्ते में दीपक राठौर ने मोटरसाइकिल से पीछा किया। मैं व बहन पूजा सिल्वरहिल्स पर उतर गए। वहीं नीतूबाला पेट्रोल पंप चली गई। मेरी बहन पूजा मैडम के घर काम करने के करीब एक घंटे बाद वापस आई। फिर हम दोनों बसंत विहार कालोनी से इंदौर नाके की तरह जा रहे थे। तभी शीतला माता मंदिर के पास मोटरसाइकिल से दीपक आया और गोली चला दी।

शाम छह बजे हुआ अंतिम संस्कार

युवती का जब पोस्टमार्टम किया जा रहा था। उस समय आरोपित के घर को ढहाने की तैयारी शुरू हो गई थी। शव घर नहीं पहुंचा उसके पहले ही शाम 4:15 पर मकान ढहने के लिए प्रशासन व नपा का अमल जेसीबी लेकर आरोपित के घर ब्रह्माकुंडी पहुंच गया। जहां घर पर ताला लगा हुआ था। पहले घर के पूरे सामान को बाहर निकाला गया। इसके बाद शाम 4:49 पर जेसीबी का पंजा अवैध मकान पर चलना शुरू हुअा। करीब दो घंटे में 20 बाय 36 के मकान को ढहा दिया। इस बीच शव संजय नगर पहुंचा। जहां से अंतिम यात्रा निकाली गई। जिस जगह से अंतिम यात्रा निकली वहां हर किसी की आंखे नम देखी गई। शाम करीब छह बजे अंतिम संस्कार किया गया।