भोपाल ।   ट्रेन की चपेट में आने से रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) के एक आरक्षक की सोमवार तड़के मौत हो गई है। वह रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से चेतक ब्रिज के बीच तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गया था। ट्रैक पर गश्त करने वाले रेलकर्मियों ने सुबह करीब सात बजे उसका क्षत-विक्षत शव देखा तो रेलवे कंट्रोल को सूचना दी थी। जिसके बाद आरपीएफ व जीआरपी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए दोपहर 12 बजे हमीदिया अस्पताल भेज दिया है। आरक्षक का नाम अमीन चटर्जी है। वह 51 वर्ष का है। वह अकेला ट्रैक पर क्यों और किन परिस्थितियों में पहुंचा था ये सभी जांच के विषय हैं। बता दें कि रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ का थाना है। जिसमें 30 से अधिक जवानों का बल तैनात है। इस थाने के तहत होशंगाबाद रेलवे स्टेशन की चौकी भी आती है। अमीन चटर्जी नौ अप्रैल 2018 से रानी कमलापति थाने में तैनात था, वह करारिया में परिवार के साथ रहता था। उसकी दो बेटियां हैं।

अधिकारी मौके पर पहुंचे

जवान की मौत की खबर मिलते ही आरपीएफ डीआईजी मौके पर पहुंच गए थे। वह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार भोपाल रेल मंडल के निरीक्षण पर हैं लेकिन जैसे ही जवान की मौत की खबर मिली तो सुबह नौ बजे रानी कमलापति आरपीएफ थाना पहुंच गए थे।

आरपीएफ जवान के ट्रेन की चपेट में आने का पहला मामला

भोपाल रेल मंडल में आरपीएफ जवान के ट्रेन की चपेट में आने और मौत होने का पहला मामला है हालांकि कई बार यात्री व ट्रैक पार करने वाले अन्य लोग ट्रेनों की चपेट में आ चुके हैं। जिसके कारण जान भी गंवानी पड़ी है।

जांच शुरू कर दी है

रेलवे ट्रैक पर आरपीएफ आरक्षक का क्षत-विक्षत शव मिला है। मामले की जांच शुरू कर दी है। अभी तक तो मामला ट्रेन की चपेट में आने से मौत होने का ही प्रतीत हो रहा है लेकिन किन कारणों से और कैसें वह ट्रैक पर गए थे, इन सभी बिंदुओं के आधार पर जांच शुरू कर दी है।

- महेंद्र सिंह सोमवंशी, थाना प्रभारी जीआरपी, हबीबगंज