उज्जैन । बीते एक हफ्ते से महाकाल मंदिर में वीआईपी दर्शन के नाम पर 1500 वाले टिकट काउंटर पर रोजाना हंगामे की स्थिति बन रही है। दिन भर परेशान हो रहे श्रद्धालु को जब टिकट नहीं मिल रहा जिससे हंगामा हो रहा है। इसको देखते हुए उज्जैन कलेक्टर ने शनिवार को महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक बुलाई जिसमें श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए निर्णय लिया गया की गर्भगृह में फोटोग्राफी पूर्णत: प्रतिबंधित की जाएगी। 1500 की टिकट वाले श्रद्धालुओं को दर्शन होते ही बाहर निकाला जाएगा ताकि पीछे आने वाले श्रद्धालुओं को समय मिल सके। दरअसल महाकाल मंदिर में रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे है।अधिक भीड़ होने की वजह से महाकाल मंदिर समिति ने गर्भगृह में सिर्फ 1500 रुपए की रसीद लेकर दर्शन को आने वाले और प्रोटोकॉल से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अनुमति दी हुई है। ये सभी श्रद्धालु बड़े गणपति मंदिर के पास बने प्रोटोकॉल कार्यालय से रसीद लेकर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करते है। 11 अक्टूबर के बाद से भीड़ के बढऩे की वजह से रोजाना प्रोटोकॉल कार्यालय पर विवाद की स्थिति बन रही है। शुक्रवार को भी 1500 की टिकट के लिए लाईन में लगे श्रद्धालुओं ने जमकर हंगामा किया था।


1500 की टिकट अनलिमिटेड मिलेगी
रोजाना बन रही हंगामे की स्थिति के बाद शनिवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने प्रशासक संदीप सोनी और प्रबंध समिति के सदस्यों के साथ बैठक रखी जिसमे श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए है। कलेक्टर सिंह ने बताया कि 1500 वाली व्यवस्था में बहुत ज्यादा भीड़ होने की वजह से पीछे वाले दर्शनार्थियों के दर्शन नहीं हो पाते थे। इसलिए रोजाना टिकट की तय संख्या में दिए जा रहे थे। लेकिन अब एक या दो दिन बाद से गर्भगृह में जाने वाले श्रद्धालुओं को सभी पुजारियों को चर्चा कर जल्द ही लोगो को बाहर किया जाएगा ,गर्भगृह में फोटोग्राफी करने में समय अधिक लगता था। इसको देखते हुए गर्भगृह में फोटोग्राफी को पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया है। इसमें सफलता मिलते ही जल्द ही 1500 की टिकट को अनलिमिटेड करने का भी विचार है।