मॉस्को । दुनिया बढ़ती आबादी और संसाधन के संकट से जूझ रही है। वहीं रूस में हालात कुछ और ही हैं। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन देश की महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं और इसके लिए उन्होंने महिलाओं को पुरस्कार देने की घोषण की है। दरअसल रूस में जन्म दर में गिरावट के कारण पैदा हुए जनसांख्यिकीय संकट इसकी वजह है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने 16 अगस्त को सोवियत युग के जमाने के ‘मदर हीरोइन’ के पुरस्कार को फिर से शुरू करने का ऐलान किया है। इस अवॉर्ड की शुरुआत पहली बार 1944 में सोवियत नेता जोसेफ स्टालिन द्वारा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बड़े पैमाने पर आबादी के नुकसान के मद्देनजर की गई थी। लेकिन 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद यह सम्मान दिया जाना बंद हो गया था।
पुतिन द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार, इस अवॉर्ड के तहत योग्य माताओं को उनके 10वें जीवित बच्चे के एक वर्ष का होने के बाद 1 मिलियन रूबल (लगभग 13,12,000 या 16,000) के एकमुश्त राशि से सम्मानित किया जाएगा। इस आदेश में यह भी कहा गया कि अगर मां युद्ध में या आतंकवादी कृत्य या आपातकालीन स्थिति के परिणामस्वरूप अपने किसी भी बच्चे को खो देती है तब भी मां योग्य होगी। मदर हीरोइन की उपाधि को रूस के हीरो और लेबर के हीरो जैसे उच्च-रैंकिंग वाले राज्य के आदेशों के समान स्तर के स्तर पर माना जाता है।