भोपाल । राजधानी के हमीदिया, सुल्तानिया अस्पताल और एम्स के ज्यादातर डॉक्टर अगले महीने से ग्रीष्म अवकाश पर रहेंगे। अगले दो महीने यानि  मई और जून में लगभग आधे चिकित्सक ही अस्पताल में उपलब्ध होंगे।उक्त अस्पतालों के ज्यादातर बड़े डॉक्टर ग्रीष्मकालीन अवकाश पर रहेंगे। कुछ डॉक्टर मई तो कुछ जून में और कुछ 15 मई से 15 जून के बीच अवकाश पर जा रहे हैं। डॉक्टरों के अवकाश पर जाने से ज्यादा दिक्कत सुपर स्पेशलिटी विभागों में होगी। इसकी वजह यह है कि इन विभागों में एक से पांच चिकित्सक ही है। यहां तक कि एम्स भोपाल में भी कुछ सुपर स्पेशियल्टी विभागों में सिर्फ एक विशेषज्ञ है। इनके अवकाश पर जाने से ओपीडी और सर्जरी दोनों जगह काम प्रभावित होगा। हमीदिया अस्पताल के हृदयरोग विभाग में पूरे प्रदेश से मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं। यहां पर चार कार्डियोलॉजिस्ट हैं। विभागाध्यक्ष डॉ राजीव गुप्ता और डॉक्टर आरके सिंह मई में और बाकी दो चिकित्सक जून में अवकाश पर रहेंगे। इसी तरह से कार्डियक सर्जरी विभाग के प्रोफ़ेसर डॉ प्रवीण शर्मा 16 मई से 15 जून तब तक अवकाश पर जाएंगे। बर्न एवम प्लास्टिक सर्जरी विभाग में 3 चिकित्सक हैं, लेकिन अभी यह तय नहीं हुआ है कि कौन कब अवकाश पर जाएगा। मनोचिकित्सा विभाग में सिर्फ दो चिकित्सक हैं। यानी दो महीने तक यहां पर सिर्फ एक डॉक्टर ही मिलेंगे। इस वजह से ओपीडी में भी दबाव ज्यादा रहेगा। एम्स में कैंसर विभाग में सिर्फ एक सर्जन है। इनके अवकाश पर जाने से मरीजों की परेशानी पड़ेगी। यहां एंडोक्राइनोलॉजी, गैस्ट्रो सर्जरी, न्यूरोलॉजी, किडनी रोग विभाग में भी एक से 3 विशेषज्ञ ही हैं। ऐसे में जिन विभागों में सर्जरी भी होती है वहां काम ज्यादा प्रभावित होगा। बता दें कि इन चिकित्सकों को हमेशा से ग्रीष्मकालीन अवकाश मिलता रहा है, लेकिन पिछले 2 साल कोरोना संक्रमण के चलते डॉक्टरों के ऊपर काम का दबाव ज्यादा था ।इस कारण उन्हें अवकाश नहीं दिया गया था। ऐसे में डॉक्टर अवकाश को लेकर खासा उत्साहित हैं। उन्होंने बताया कि पत्नी और बच्चों के साथ पर्यटन स्थलों ने घूमने का प्लान बनाया है।