कीर्ति कुल्हारी ने किंत्सुकुरॉय फिल्म्स नाम से अपना खुद का प्रोडक्शन हाउस लॉन्च किया है, जिसका पहला प्रोजेक्ट एक डार्क कॉमेडी थ्रिलर 'नायिका' होगी जिसमें वो खुद भी एक्टिंग करेंगी। इस प्रोडक्शन हाउस का नाम कीर्ति ने जापानी शब्द पर रखा है। जिसका मतलब है कि सोने से जोड़ना।

फिल्म प्रोडक्शन मेरा सपना था- कीर्ति ने कहा- "प्रोडक्शन हाउस को शुरू करना मेरा सपना था जिसके लिए पिछले कई सालों से प्लानिंग चल रही थी। एक एक्टर के रूप में पिछले तीन साल मेरे लिए बहुत अच्छे रहे हैं जिसने मुझे अपने फ़िल्म प्रोडक्शन के सपने को पूरा करने की प्रेरणा को और प्रबल किया जिससे मैं अपने आप को एक आयाम तक ले जा सकूं। इसलिए अब मैं एक कदम और आगे बढ़ना चाहती हूं जिससे मैं लोगों को अच्छे कंटेंट के साथ लोगों को दुनिया की कहानियां सुना सकूं जो अपने आप में नायाब हो अनोखी और दिल तक पहुंचने वाली हो।"

यंग टैलेंट को मौका देना भी चाहती हूं- कीर्ति का कहना है- मेरा इरादा है कि फिल्म प्रोडक्शन की प्रक्रिया में सबको एक समान अवसर प्रदान करना साथ ही वर्किंग एनवायरनमेंट को और भी सहयोगात्मक बनाना है। दुर्भाग्य से, चीजों के काम करने के तरीके में एक पद सोपान मौजूद है और मेरा लक्ष्य उस अंतर को पाटना है, प्रतिभा को अपनाया और सम्मान दिया जाए जिससे सभी को समानता का अवसर मिले। विचार युवा प्रतिभाओं के लिए अवसर पैदा करना भी है चाहे वो लेखक, निर्देशक, अभिनेता, तकनीशियन हों।"

किंतसुकुरोई का मतलब- प्रोडक्शन हाउस के नाम के महत्व के बारे में बात करते हुए, कीर्ति बताती हैं- "किंतसुकुरोई' एक जापानी शब्द है जिसका अर्थ है सोने के साथ टूटे हुए मिट्टी के बर्तनों को जोड़ने की कला। इस पीछे का विचार यह है कि जब कोई चीज टूट जाती है, तो उसे ठीक करने के लिए सोने का उपयोग किया जाता है, जिससे वह अपनी टूटी हुई अवस्था से भी अधिक सुंदर हो जाता है। "अपने प्रोडक्शन हाउस और कहानियों के माध्यम मैं कहना चाहती हूं कि मैं फिल्मों की कला के माध्यम से टूटे हुए दिलों और लोगों के जीवन में खालीपन को सुधारना चाहती हूं ऐसी सामग्री का निर्माण करने के लिए जो लोगों को उनके टूटेपन को जोड़ने में मदद करता है, यही वजह है प्रोडक्शन हाउस के नाम के चयन का।

नायिका है प्रोडक्शन का पहला प्रोजेक्ट- फिल्म नायिका के बारे में कीर्ति कहती हैं- "जब पिछले साल पहली बार वशिष्ठ (प्रोड्यूसर) इसको फिल्म मेरे पास लाए, तो मैंने एक एक्टर के रूप में तुरंत हामी भर दी थी और मैं गर्व से कह सकती हूं कि एक निर्माता के रूप में मेरी शुरुआत इससे अच्छी नहीं हो सकती है। 'नायिका' मेरे लिए कुछ ऐसा एक्सप्लोर करने का एक मजेदार स्थान है जो मैंने पहले कभी नहीं किया। यह एक डार्क कॉमेडी थ्रिलर है और जिसमें बहुत ही युवा, गतिशील और प्रतिभाशाली लोग एक साथ आते हैं। निर्देशक और लेखक अजयकिरण नायर ने बहुत अच्छा काम किया है। इस तरह की अनूठी स्क्रिप्ट के साथ एक निर्माता के रूप में मेरी यात्रा की सही शुरुआत है।

ऐसी है नायकिा की कहानी
नायिका के बारे में कीर्ति कहती हैं-"नायिका एक संघर्षरत एक्ट्रेस की कहानी है जो गलती से एक अपराध में फंस जाती है। उसके बाद एक चूहे और बिल्ली का खेल जो आगे चलकर पागल घटनाओं की एक सीरीज बन जाती है।" वार्ड विजार्ड एंटरटेनमेंट द्वारा किंतसुकुरोई फिल्म्स के साथ निर्माता यतिन गुप्ते, साजिद मेलेक, वशिष्ठ उपाध्याय और कीर्ति कुल्हारी के सहयोग से निर्मित 'नायिका' अजयकिरण नायर द्वारा निर्देशित और लिखित है।