शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ प्राचीन समय से हम देखते आ रहे हैं कि मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल कितना उपयोगी है। बड़े-बुजुर्गों द्वारा न केवल इसे उपयोग करने से जुड़ी बातें बताई जाती थी, बल्कि ये भी बताया जाता था कि इसके अन्य कई फायदे हैं। मगर आज कल के मार्डन जमाने में धीरे-धीरे इसका प्रयोग करने वालों की गिनती बिल्कुल खत्म होती जा रही है। इसका कारण है आज कल का अप टू डेट जमाना। लोगों ने अपने घर वा किचन को अच्छा दिखाने के चक्कर में मिट्टी की चीज़ों को त्याग कर लोहे और प्लास्टिक की चीज़ों को दे दी है। मगर क्या आप जानतें हैं कि ये चीज़ें आपको नुकसान पहुंचा सकती है?

जी हां, वास्तु शास्त्र में इन चीज़ों से जुड़े नुकसानों के बारे में विस्तार रूप से जानकारी वर्णित है। तो वहीं इसमें मिट्टी के बर्तनों से मिलने वाले अनेकों प्रकार के फायदे बताई गए हैं। तो आइए आज जानते हैं कि मिट्टी के बर्तनों की वास्तु शास्त्र में अहमियत क्या है। साथ ही जानेंगे कि घर में मिट्टी के कौन से बर्तन आपको लाभ दिलवाते हैं।

वास्तु शास्त्र की मानें तो मिट्टी की बनी चीज़ें न केवल घर आदि को सुंदर व अलग बनाती हैं बल्कि ये वहां रहने वाले सदस्यों को विभिन्न प्रकार से लाभ देती है। बल्कि कुछ वास्तु विशेषज्ञों का तो मानना है कि इससे घर में सुख-समृद्धि दोगुनी-चौगुनी होती है।

यहां जानें मिट्टी से निर्मित वो कौन सी चीज़ें हैं जिन्हें घर लाने से परिवार वालों का भाग्योदय होता है-
बता दें कि वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में मिट्टी से बनी हुई प्रतिमाएं यानि कि भगवान की मूर्ति रखना शुभ माना जाता है। कहतें हैं कि घर के मंदिर में भी मिट्टी से बनी प्रतिमाओं का पूजन करना चाहिए, इससे बेहद ही शुभ फल मिलता है। वास्तु शास्त्र की मानें तो घर की उत्तर-पूर्व दिशा यानि कि ईशान कोण और दक्षिण-पश्चिम दिशा का संबंध पृथ्वी तत्व से होता है। ऐसे में यदि आप इस दिशा में मिट्टी से बनी चीजें या प्रतिमा रखते हैं तो यह बेहद ही शुभ होता है और इसके आपको सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। इतना ही नहीं इन दोनों ही दिशाओं में आप सजावट के लिए मिट्टी से बने सजावटी सामान भी रख सकते हैं। इसके अलावा, इस बात का ध्यान रखें कि ईशान कोण यानि उत्तर-पूर्व दिशा में हल्की चीजें रखनी चाहिए तो वहीं दक्षिण-पश्चिम दिशा में भारी चीजें रखनी चाहिए। घर की पूर्व दिशा में मिट्टी से बना हुआ पक्षी रखने से घर में पैसों की तंगी नहीं रहती है।

तो वही आज के समय में मिट्टी के दीपकों की जगह अब धातु के दीपक ले चुके हैं। आमतौर पर देखा जाता है कि लोग मंदिरों में मिट्टी के बने दीपक की बजाए धातु के दीपक का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार मिट्टी से बने दीपक प्रज्वलित करना बेहद शुभ माना जाता है। इसके अलावा यदि आपके जीवन में धन से संबंधी समस्याएं बनी हुई है तो घर के मुख्य द्वार पर रोज दो मिट्टी के दीपक जलाने चाहिए। इसके अलावा प्रतिदिन तुलसी के पेड़ के नीचे दीपक जलाना चाहिए। इससे आपके घर की दरिद्रता दूर होती है साथ ही घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।

कुल्हड़ यानि मिट्टी का गिलास। कहते हैं कि ये मंगल गृह के दुष्प्रभाव से मुक्ति दिलाते हैं। कुल्हड़ से पेय पदार्थ पीना अच्छा माना जाता है। कहा जाता है कि कुल्हड़ में पानी भरकर पीपल के पेड़ के नीचे रखने से भी लाभ मिलता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार कुल्हड़ से प्यासे पक्षियों को पानी पिलान से जीवन में चल रही परेसानियां दूर होती है।