भारत द्वारा मई में गेहूं निर्यात पर लगाए गए प्रतिबंध ने आग में घी का काम किया है। भारत के गेहूं निर्यात पर प्रतिबंध से अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेहूं के भाव और बढ़ गए हैं। फिलहाल अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेहूं की कीमतें 2008 के अपने रिकार्ड हाई से 11 प्रतिशत ही नीचे हैं। वहीं, मई में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खाद्यान्न की कीमतों में 2.1 फीसद की गिरावट आई, लेकिन, यह एक साल पहले की तुलना में 18.1 फीसद ज्यादा है।संयुक्त राष्ट्र की फूड एजेंसी खाद्य और कृषि संगठन का कहना है कि गेहूं की कीमतें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चौथे महीने बढ़ी है, जो बीते साल की अपनी कीमत से औसतन 56.2 फीसद ज्यादा और मार्च, 2008 के अपने रिकार्ड हाई से सिर्फ 11 फीसद कम है। एफएओ अनाज मूल्य सूचकांक मई में 173.4 प्वाइंट रहा, जो अप्रैल से 3.7 प्वाइंट या 2.2 फीसद ज्यादा है और मई 2021 के 39.7 प्वाइंट से 29.7 फीसद ज्यादा है।