इंदौर।   गर्मी के तेवर तीखे होते जा रहे हैं ऐसे में सेहत का ध्यान रखना बहुत आवश्यक हो जाता है। इस मौसम में फलों के सेवन से सेहतमंद रहा जा सकता है। मौसमी फल विशेषकर तरबूज, खरबूज, अंगूर, आम, केला, सेब, संतरा, बेरीज आदि फलों का सेवन लाभकारी होता है। आहार व पोषण विशेषज्ञ डा. आरती मेहरा बताती है कि इस मौसम में यह फल बहुत से आते हैं और इनका सेवन लाभदायक होता है। कोशिश करें कि इन्हें चबाकर ही खाएं लेकिन इनका जूस पीना भी लाभदायक होता है। नारियल पानी के जरिए शरीर में पानी कमी नहीं होती और शरीर में ताकत रहती है। फल पर या उसके जूस में दालचीनी पाउडर, काली मिर्ची का पाउडर या जीरा पाउडर डालकर खाना चाहिए। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इनमें एंटीआक्सीडेंट का भंडार है और विटामिन और खनिज लवणों का खजाना है। दिन की शुरुआत पानी में नींबू शहद या गुड़ डालकर करें। इस समय आप नाश्ता जरूर करें और नाश्ते में फल का सेवन बेहतर होगा। इससे शरीर में पानी की कमी नहीं होगी और रक्त संचार भी बेहतर होगा। इसके अलावा शरीर के विषाक्त तत्व भी बाहर निकलेंगे। दिन की शुरुआत सूखे मेवे से करें। एक मुट्ठी नट्स में भीगे हुए चार बादाम, दो अखरोट, करीब 20 किशमिश, मखाने, काजू या एक कटोरी मूंगफली दाने में गुड़ मिलाकर खाएं। इससे शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलेंगे। नाश्ते के रूप में उपमा, मल्टीग्रेन दलिया, सत्तू, अंकुरित अनाज, दाल का चीला, इडली का सेवन करें। दालों का अंकुरित करने से विटामिन सी और खनिज लवण बढ़ जाते हैं और अंकुरण ज्यादा प्रोटीन देगा व पाचन में आसान होगा। अंकुरित अनाज में प्याज, टमाटर, ककड़ी, गाजर, खीरा, चुकंदर, नींबू डालकर खाएं। इससे शरीर को फायबर भी मिलेगा और इनका पाचन अच्छे से होगा। सलाद फायबर और पोषक तत्वों का भंडार है। इससे कब्ज भी नहीं होता। दिन में एक या दो बार छाछ, कैरी पन्ना, ग्रीन टी, अनार और चुकंदर का जूस, आंवला जूस या सत्तू को घोल पिएं। दूध, नारियल का दूध, बादाम का दूध, मूंगफली का दूध यह सभी ऊर्जा बढ़ाते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेतहर करते हैं। इसके अलावा अश्वगंधा और शतावरी एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल होते हैं। गर्मी में ज्यादा देर भूखे ना रहें, पर्याप्त नींद लें, ज्यादा नमक और ज्यादा शकर का सेवन ना करें, डिब्बाबंद पदार्थों का सेवन न करें।