खंडवा  दो महीने पहले शहर के बाम्बे बाजार में एक मोबाइल फोन के शो-रूम से चोरों ने 56 मोबाइल चुराए जिन्हें उन्होंने अनाज की बोरी और जमीन में छिपा दिया। मगर कुछ फोन उन्होंने बाजार में परिचितों को बेच दिए जिनके एक्टिवेट होते हुए गिरोह की वारदात का पर्दाफाश हो गया और चोरी गए नौ लाख रुपए के मोबाइल जप्त कर लिए गए। 

कहते हैं अपराधी कितना भी शातिर क्यों ना हो वह कहीं ना कहीं ऐसे सुराग छोड़ जाता है मुझे से वह खुद शिकंजे में फंस जाता है खंडवा कि पुलिस ने ऐसे ही बड़े मोबाइल चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इन चोरों ने खंडवा के बॉम्बे बाज़ार स्थित  मोबाइल शॉप पर 16 फरवरी की रात को चोरी की घटना को अंजाम दिया था। शातिर चोरों ने दुकान का शटर उचकाकर दुकान में रखे करीब 9 लाख रुपए से अधिक के ब्रांडेड कंपनी के महंगे मोबाइल फोन पर हाथ साफ किया था।  पुलिस को घटना के वक्त सीसीटीवी फुटेज में आरोपी साफ नजर नहीं आए थे उसके बाद पुलिस ने अपनी साइबर टीम को मुस्तैद किया और साइबर टीम की मदद से तीन शातिर चोरों तक पहुंच कर सभी को अपनी गिरफ्त में ले लिया।

सीसीटीवी फुटेज से भी नहीं पकड़ाई चोरी

16 फरवरी की रात खंडवा के बॉम्बे बाजार कोतवाली थाना क्षेत्र के फूल गली स्थित एक मोबाइल दुकान पर चोरों ने धावा बोल दिया। 17 फरवरी को जैसे ही पुलिस को सूचना मिली पुलिस ने आसपास में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जिसके बाद संदेहियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की लेकिन चोरों का कोई सुराग नहीं लग सका।

देपालपुर में एक्टिवेट हुए फोन से लगा सुराग

पुलिस ने इस मामले में धैर्य रखते हुए कार्य किया। पुलिस ने योजना बनाकर साइबर टीम को एक्टिव किया। जैसे ही चोरी गए मोबाइल में से एक मोबाइल एक्टिव हुआ । पुलिस भी एक्टिव हो गई। पुलिस में देपालपुर निवासी दीपक चौहान को सबसे पहले अपनी गिरफ्त में लिया। दीपक से पूछताछ में पता चला कि उसने अपने साले पवन चौहान निवासी गवालू सिमरोल से 5 मोबाइल लिए थे । जब पुलिस ने पवन पर शिकंजा कसा तो उसने नेपानगर के मोर सिंह उर्फ मोनू  चौहान से मोबाइल लेना कबूल किया। खंडवा पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए मोर सिंह उर्फ मोनू के पास पहुंची और उसे दबोच लिया। जब मोनू से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने नेपानगर के रहने वाले 3 लोगों के नाम बताएं जो फिलहाल नेपानगर की एक सराफा दुकान में चोरी के मामले में खंडवा जेल में बंद थे। 

चोरी के मामले में खंडवा जेल में बंद थे शातिर बदमाश 

पुलिस ने कोर्ट से पीआर वारंट मांग कर जेल में बंद राजा उर्फ अजहर, फिरोज और मनोज पाटीदार को रिमांड पर लिया। सख्ती से पूछताछ में तीनों शातिर चोर टूट गए । उन्होंने कबूल किया कि खंडवा के मोबाइल शॉप से उन्होंने ही मोबाइल चुराए थे जिसके बाद पुलिस ने उनकी निशानदेही पर सब मोबाइल जप्त किए। 


अनाज की बोरी और जमीन में छुपा कर रखे थे 

शातिर चोरों ने मोबाइल दुकान पर हाथ साफ करने के बाद 56 मोबाइलों को छुपाने के लिए अनाज की बोरी और घर में बने दालान के गड्ढों का सहारा लिया।  इनमें से 5 मोबाइल उन्होंने बाहर बेचे थे जिनके एक्टिवेट होते ही शातिर चोर भी शिकंजे में फंस गए।

चोर व चोरी के मोबाइल फोन खरीदने वाले गिरफ्तार

एडिशनल एसपी सीमा अलावा बताया कि पुलिस ने इस पूरे मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन मुख्य आरोपी खंडवा की जेल में एक चोरी के मामले में बंद थे। वही तीन अन्य लोगों ने चोरी के मोबाइल खरीद कर उसका उपयोग किया था।  इन सभी के पास से कुल 56 मोबाइल फोन जप्त किए हैं  जिसकी कीमत 9 लाख से भी अधिक है। एडिशनल एसपी ने कहा कि इस पूरे मामले में पुलिस की साइबर टीम और कोतवाली पुलिस ने बेहतर काम किया है । जिसके चलते इस पूरे मामले का खुलासा हो पाया है