इंदौर।   शहर के खंडवा रोड स्थित गणेश नगर निवासी बुजुर्ग दंपती हीराचंद खत्री और पूनम खत्री ने मंगलवा को कलेक्टर कार्यालय की जनसुनवाई में अपनी बहू और बेटे के खिलाफ शिकायत की। बुजुर्ग महिला ने रोते-राेते बहू और बेटे की शिकायत की कि वे हमारा ध्यान नहीं रखते और बहू मारपीट करती है। उसने हमारे ही खिलाफ झूठी शिकायत कर दी है। भंवरकुआं पुलिस ने भी झूठा मुकदमा दर्ज किया है। बताते-बताते महिला बेहोश होकर गिर पड़ी। इस पर जनसुनवाई में हलचल मच गई। अपर कलेक्टर पवन जैन ने तुरंत कर्मचारियों को बुलाया। जनसुनवाई में मौजूद लोगों और कर्मचारियों ने महिला को उठाया और कुर्सी पर बिठाया और उसे पानी पिलाया, तब वह होश में आई। शिकायकर्ताओं ने बताया कि बहू ने हमारे खिलाफ दहेज प्रताड़ना की झूठी शिकायत कर दी है। बेटा भी बहू के साथ है। बहू और बेटे से हमारा मकान खाली करवा दिया जाए, ताकि हम मकान का एक हिस्सा किराए पर देकर अपना गुजारा कर सकें। बुजुर्ग दंपती के साथ सहयोग के लिए अधिवक्ता विजयेंद्र गेहलोत भी आए थे। अपर कलेक्टर ने नायब तहसीलदार ओमप्रकाश चोरमा को निर्देश दिए कि दंपती की बहू और बेटे को समझाया जाए और भरण-पोषण अधिनियम के तहत बुजुर्ग दंपती की समस्या का समाधान किया जाए। बताया जाता है कि नायब तहसीलदार ने गणेश नगर पहुंचकर बहू को समझाया लेकिन वह भंवरकुआं थाने पर गई शिकायत वापस लेने को तैयार नहीं हुई।