भोपाल ।   देश और प्रदेश के साथ-साथ राजधानी भोपाल में भी हर्षोल्लास, धूमधाम एवं गरिमामय ढंग से 74वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। मुख्य समारोह 26 जनवरी को लाल परेड मैदान में प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल के मुख्‍य आतिथ्‍य में सुबह नौ बजे आयोजित होगा। गणतंत्र दिवस समारोह में निकलने वाली संयुक्त परेड एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का अंतिम अभ्यास (रिहर्सल) मंगलवार को लाल परेड मैदान पर किया गया। पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना ने परेड एवं समारोह की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सातवीं बटालियन के प्रधान आरक्षक रामचन्‍द्र सिंह कुशवाहा ने प्रतीक स्वरूप मुख्य अतिथि की भूमिका निभाई और ध्वजारोहण कर संयुक्‍त परेड की सलामी ली। इसके बाद मुख्य अतिथि ने खुली जीप में सवार होकर परेड का निरीक्षण किया। हर्ष फायर के बीच पुलिस बैण्ड ने निरीक्षक सुनील कटारे के निर्देशन में ' जन गण मन' की धुन बजाई। मुख्य अतिथि के संदेश का प्रतीक स्वरूप वाचन भी किया गया। साथ ही राष्ट्रपति के सम्मान में जयकारे लगाए गए। हर्ष फायर के बाद पुलिस बैंड की मधुर धुन के बीच आकर्षक संयुक्त परेड निकली। परेड का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा के वर्ष 2018 बैच के अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालाघाट आदित्य मिश्रा ने किया। परेड टू-आइ सी का दायित्व उप पुलिस अधीक्षक एटीएस राहुल कुमार सैयाम ने निभाया। संयुक्‍त परेड में गुजरात रिजर्व पुलिस बल, अश्वारोही दल व श्वान दस्ता समेत 19 टुकडि़या शामिल थीं। परेड में यह होंगे शामिल 26 जनवरी को परेड में शामिल होने वाले में मध्यप्रदेश विशेष सशस्त्र बल, जिला पुलिस बल एवं शासकीय रेल पुलिस (पुरुष),जिला बल व शासकीय रेल पुलिस की संयुक्त महिला टुकड़ी, एसटीएफ, हाक फोर्स, गुजरात रिजर्व पुलिस बल, जेल विभाग, मध्य प्रदेश होमगार्ड, भूतपूर्व सैनिक के दल के अलावा एनसीसी व स्‍काउट के लड़के-लड़कियों के साथ पुलिस बैंड और श्वान दल तथा अश्‍वरोही दल शामिल रहेंगे।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की फाइनल रिहर्सल भी हुई

संयुक्‍त परेड के पश्चात् विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों एवं संस्कृति विभाग के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का अंतिम अभ्यास भी किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मानसरोवर पब्लिक स्कूल, सुभाष उत्‍कृष्‍ट स्‍कूल, देहली पब्लिक स्‍कूल नीलबड़ एवं सात स्कूलों के संयुक्त दल द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। साथ ही धूलिया एवं गोंड जनजाति के सुप्रसिद्ध लोकनृत्‍यों का अभ्यास भी किया गया।