पाकिस्तान सुपर लीग को लेकर देश के क्रिकेट फैन्स में काफी क्रेज है और इसमें बच्चे भी शामिल हैं। भारत की तरह ही पाकिस्तान में भी लोगों के अंदर क्रिकेट का बुखार चढ़ा हुआ है। कोरोना महामारी की तीसरी लहर के बीच इस समय पीएसल के सातवें सीजन का आयोजन किया जा रहा है। लीग के सभी मुकाबले कराची के नेशनल स्टेडियम में खेले जा रहे हैं। स्टेडियम में मैच देखने के लिए फैंस की लंबी लाइन लगी है। लीग में कराची किंग्स और क्वैटा ग्लेडिएटर्स के बीच मुकाबला खेला गया। मैच को देखने के लिए फैंस अपने बच्चों और परिवारों के साथ कराची के नेशनल स्टेडियम पहुंचे। इसी दौरान सिक्युरिटी गार्ड ने 12 साल से कम उम्र के बच्चों को स्टेडियम में एंट्री नहीं करने दिया। इसको लेकर हजारों फैंस, सिक्योरिटी गार्ड और अधिकारियों के बीच हंगामा शुरू हो गया। क्रिकेट के दीवाने' बच्चों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। वीडियो में, कुछ बच्चों को कराची के नेशनल स्टेडियम के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए देखे जा सकते हैं। साथ ही वे धरने पर बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं। वे PSL मैनेजमेंट के खिलाफ गुस्सा जाहिर कर रहे हैं और उनके खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे हैं। दरअसल, स्टेडियम में सिर्फ फुल वैक्सीनेटेड लोगों को ही एंट्री दी जा रही है जबकि 12 साल से कम उम्र के बच्चे वैक्सीन के लिए योग्य नहीं है। ऐसे में उन्हें एंट्री नहीं दी गई।
इस मामला सामने आने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने कहा कि वो बच्चों के टिकट के पैसे वापस करेगा। पीसीबी CEO सलमान नासीर ने कहा कि जिन 12 साल से कम उम्र के बच्चों ने पीएसएल के टिकट खरीद हैं, उन्हें उनका पैसा वापस कर दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि यह पैसे उन्हीं लोगों को वापस दिए जाएंगे, जिन्होंने 30 जनवरी से पहले के मैच के लिए टिकट्स खरीदे होंगे।