ग्वालियर   पूर्व CM व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ग्वालियर सेंट्रल जेल पहुंचे। यहां पुलिस सब इंस्पेक्टर की हत्या के प्रयास में बंद NSUI के जिलाध्यक्ष शिवराज यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात में सारे नियम तोड़े गए। दिग्विजय ने अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर जेलर के केबिन में आरोपी से मुलाकात की। इसका VIDEO भी सोशल मीडिया पर कांग्रेसियों ने ही वायरल किया है।

इस मुलाकात की शिकायत गृह विभाग और CM हाउस तक पहुंच गई है। सूचना तो यहां तक है कि गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सेंट्रल जेल के अफसरों की क्लास ले ली है। मुद्दा मुलाकात से ज्यादा भाजपा-कांग्रेस का हो गया है। अब जेल प्रबंधन से इस मामले में कुछ कहते नहीं बन रहा है। सोमवार को दिग्विजय सिंह एक दिन के प्रवास पर आए थे। सुबह वह उपनगर मुरार में दलित परिवारों से मिलने के बाद सीधे सेंट्रल जेल ग्वालियर पहुंचे थे।

क्यों हैं NSUI जिलाध्यक्ष जेल में

NSUI जिलाध्यक्ष शिवराज यादव लगातार शहर में भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। एक प्रदर्शन के दौरान फूलबाग पर कुछ समय पहले वह सीएम का पुतला दहन कर रहे थे, तभी वहां इंदरगंज के सब इंस्पेक्टर गौतम ने पुतला छीनने का प्रयास किया था। सब इंस्पेक्टर का आरोप है कि शिवराज और उसके साथियों ने इसे मार दो... कहते हुए पुतला उन पर फेंक दिया। एसआई काफी झुलस गए थे। दिल्ली तक उनका इलाज चला था। इस मामले में पुलिस ने NSUI जिलाध्यक्ष शिवराज यादव सहित कई लोगों पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया। तब से ही NSUI जिलाध्यक्ष जेल में है, जबकि कांग्रेस इसे एक्सीडेंट बता रही है। भाजपा की कार्रवाई को दमन की कार्रवाई बता रही है। पुलिस इंस्पेक्टर पर फेंका CM का जलता पुतला:ग्वालियर में कांग्रेसियों की करतूत से सब इंस्पेक्टर की कमर और सीना जला; पेट्रोल भी फेंका SI पर पर जलता पुतला फेंकने वाले 5 गिरफ्तार:घायल सब इंस्पेक्टर बोला-NSUI नेता शिवराज ने प्रदर्शनकारियों को भड़काया था

क्या कहता है जेल मैन्युअल

हाईकोर्ट के एडवोकेट अवधेश भदौरिया ने बताया कि जेल में मुलाकात का मैन्युअल होता है। मुलाकात से पहले लिखित में आवेदन करना पड़ता है। मुलाकात उसी तरह से होती है, जैसे सामान्य रूप से अन्य कैदी और उनके मिलने वालों की होती है, लेकिन VIP मुलाकात में जेल प्रबंधन सब भूल जाता है। जेलर के केबिन में मुलाकात किसी भी हाल में संभव नहीं है। यह मैन्युअल का उल्लंघन है। इस पर यदि कोई शिकायत करे तो सेंट्रल जेल प्रबंधन के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जा सकता है।

डीजी जेल का कहना

जेल डीजी अरविंद कुमार का कहना है कि गृह मंत्रालय को रिपोर्ट कर दी गई है। जो जानकारी चाही गई थी, वह बता दी गई है। अभी कोई निर्देश नहीं है।