भोपाल ।  सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पन्ना जिले के 128 विद्यालयों में मिड डे मील का वितरण नहीं किए जाने के संबंध में मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा लिखे गए पत्र पर नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कैबिनेट बैठक के बाद मंत्रियों से कहा कि अगर कोई समस्या है तो पत्र लिखने के बजाय उचित मंच पर अपनी बात रखें। संवाद करें और सुनिश्चित करें कि समस्या का समाधान हो गया है। साथ ही 31 अक्टूबर तक चलने वाले मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में शामिल होकर अपने-अपने प्रभारी के जिलों में जाने के निर्देश दिए। सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट बैठक के बाद मंत्रियों से अनौपचारिक चर्चा में मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह का नाम लिए बगैर मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर क्षेत्र में कोई समस्या है तो संबंधित से बात की जाए। पत्र लिखने या बयान देने से बचें। जब चीजें इस तरह सामने आती हैं तो संदेश ठीक नहीं जाता है। गौरतलब है कि बृजेंद्र प्रताप सिंह ने स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को पत्र लिखकर छह माह से पन्ना के अजयगढ़ क्षेत्र के 128 विद्यालयों में मिड डे मील का वितरण नहीं करने को लेकर पत्र लिखा था। इंटरनेट मीडिया में वायरल होने के बाद कांग्रेस ने मिड डे मील में घोटाले का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक भी बुलाई थी और अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि मिड डे मील के वितरण में कोई दिक्कत न हो। इस बैठक से पहले मुख्यमंत्री के जन सेवा अभियान को लेकर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आम आदमी से जुड़ने का सबसे बड़ा अभियान है। केंद्र और राज्य की योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति को मिले। जो लोग लाभ लेने से छूट गए हैं, उन्हें शामिल किया जाना चाहिए। इसके लिए वार्ड स्तर पर पंचायत व नगरीय निकायों में शिविर लगाए जाएं। लाभार्थियों को जन-प्रतिनिधियों की उपस्थिति में स्वीकृति पत्र दिए जाएंगे। सीएम शिवराज ने मंत्रियों से प्रभार के जिलों में जाकर इसकी निगरानी करने के लिए कहा है। अभियान चलाने के लिए गठित चार मंत्रियों के समूह भी अपनी रिपोर्ट तैयार करें।