खंडवा ।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार दोपहर खंडवा जिले के आदिवासी विकासखंड खालवा पहुंचे। यहां वन विभाग द्वारा वंश समितियों के सदस्यों का सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नौ जिलों के तेंदूपत्ता श्रमिकों को 42 करोड़ रुपये के बोनस का वितरण सिंगल क्लिक के माध्यम से किया। इसके पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने खालवा माइक्रो उद्वहन परियोजना का भूमिपूजन किया। इसका लाभ 59 गांवों को होगा, जिससे 35 हजार हेक्टयर जमीन सिंचित होगी। यह परियोजना 731 करोड़ रुपये की लागत से बनी है। मुख्यमंत्री ने वन विभाग सहित अन्य विभागों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके बाद कन्यापूजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मध्य प्रदेश गान के साथ हुई। मंच पर मुख्यमंत्री सहित सभी जनप्रतिनिधियों और पंडाल में उपस्थित जनसमुदाय है खड़े होकर सम्मान दिया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, कांग्रेस ने साजिश रचकर अंग्रेजी का जाल बिछाया। हमने हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई शुरू की। तेंदूपत्ता तोड़ने वालों से कहा बच्चों की पढ़ाई मामा कराएगा । तेंदूपत्ता का बोनस दिया जाएगा। वन समितियों को 20 फीसद पैसा दिया जाएगा। 15 नवम्बर से मध्यप्रदेश में सामाजिक समरसता के साथ सामाजिक न्याय दिया जाएगा। खालवा सिंचाई योजना में 17 गांव जोड़ दिए जाएंगे। खालवा में अगले सत्र में कॉलेज भी खोला जाएगा। उन्‍होंने कहा कि बेटियों की तरफ गलत नजर देखने वालों को फांसी के फंदे पर चढ़ा दिए जाएंगे। ऐसे दरिंदों को छोड़ा नहीं जाएगा। सरकार के साथ जनता भी जुड़ जाए। पानी बचाया जाए, बिजली बचाएं, पेड़ लगाएं, गांव को नशा मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाए।

वनमंत्री बोले, ऊपर भगवान, धरती पर शिवराज सिंह चौहान

वनमंत्री विजय शाह ने अपने संबोधन में कहा सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा किए गए कार्यों के बारे में बताते हुए कहा कि ऊपर भगवान और धरती पर शिवराज सिंह चौहान। हम गिनती नहीं कर सकते हैं मुख्यमंत्री ने कितनी योजनाएं दी हैं।