वॉशिंगटन । अमेरिका में मिसाइल बेस के पास स्थित मोबाइल टावर में चीनी कंपनी हुवेई के उपकरण लगाकर चीन अमेरिकी मिसाइल बेस की निगरानी कर रहा है। आशंका है कि हुवेई इन मोबाइल टावर में लगे अपने उपकरणों के जरिए अमेरिकी सैन्य ठिकानों और मिसाइल साइलो से संवेदनशील जानकारी इकट्ठा कर सकती हैं। यह खुफिया इनपुट सामने आने के बाद अब बाइडेन प्रशासन ने चीनी दूरसंचार उपकरण निर्माता कंपनी हुवेई की जांच शुरू कर दी है।
अमेरिकी अधिकारियों को चिंता है कि हुवेई अपने उपकरणों के जरिए सैन्य अभ्यास, मिसाइल बेस की ऑपरेशनल तैयारी और सैनिकों से जुड़े संवेदनशील डेटा प्राप्त कर सकती है। इस जांच को राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए काफी गोपनीय रखा गया है। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल की शुरुआत में जो बाइडेन के राष्ट्रपति पद संभालने के तुरंत बाद अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने हुवेई के खिलाफ जांच शुरू की थी।
सूत्रों ने कहा कि मई 2019 के कार्यकारी आदेश को लागू करने के लिए नियमों के कार्यान्वयन के बाद एजेंसी को जांच का जिम्मा सौंप दिया गया है। 10 पेज के दस्तावेज के अनुसार, एजेंसी ने अप्रैल 2021 में हुवेई को विदेशी पार्टियों के साथ डेटा साझा करने पर कंपनी की नीति बताने के लिए कहा था। तब अमेरिकी अधिकारियों को जानकारी मिली थी कि हुवेई के उपकरण सेल फोन से मैसेज और जियोलोकेशनल डेटा को कैप्चर कर सकते हैं।
हालांकि, अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने कहा कि वह जारी जांच की पुष्टि या खंडन नहीं कर सकता। उसने बयान जारी कर बताया कि हम अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए घातक सूचना संग्रह के खिलाफ काम कर रहे हैं। हमारे लिए अमेरिकी व्यक्तियों की सुरक्षा, उनके डेटा की रक्षा करना महत्वपूर्ण है। इस पूरे मामले पर हुवेई ने अभी तक कोई भी बयान नहीं दिया है।
चीनी कंपनी हुवेई ने अमेरिका सरकार के आरोपों का खंडन किया है। कंपनी ने कहा है कि यह तथ्यहीन बात है कि वह अमेरिकी ग्राहकों की जासूसी कर सकती है और अमेरिका के राष्ट्रीय हितों के लिए खतरा बन रही है। वाशिंगटन में चीनी दूतावास ने भी इन आरोपों पर कोई जवाब नहीं दिया है। एक ईमेल के जरिए चीनी दूतावास ने बस इतना कहा कि अमेरिकी सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा और राज्य की शक्ति की अवधारणा का दुरुपयोग करती है। वह हुवेई और अन्य चीनी दूरसंचार कंपनियों को दबाने के लिए कोई ठोस सबूत प्रदान किए बिना उन पर अमेरिका और अन्य देशों के लिए सुरक्षा खतरा बनने का आरोप लगा रही है। अमेरिकी प्रशासन के कई अधिकारियों ने कहा यह जांच हुवेई के बारे में हमारे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को दर्शाती है। हुवेई लंबे समय से अमेरिकी सरकार के आरोपों से घिरी हुई है कि वह अमेरिकी ग्राहकों की जासूसी कर सकती है, हालांकि वाशिंगटन में अधिकारियों ने इस संबंध में बहुत कम सबूत सार्वजनिक किए हैं। कंपनी आरोपों से इनकार करती है।