सिवनी ।  बस स्टैंड क्षेत्र में शहर के पानी निकासी के लिए बनाए गए सालों पुराने नाले पर कब्जा कर तानी गई दुकानों को दशकों बाद तोड़ने की ताबड़तोड़ कार्रवाई शनिवार सुबह प्रारंभ की गई। नगर पालिका प्रशासन, राजस्व अधिकारियों व पुलिस बल पूरी तैयारी के साथ बस स्टैंड दलसागर तिराहे पर पहुंचा। नाले पर कब्जा करने वालों को पहले ही दुकानें हटाने व कब्जा छोड़ने का नोटिस दिया जा चुका था। इसके बावजूद दुकानदारों ने दुकानें खाली नहीं कीं।

कार्रवाई के लिए मचा हड़कंप

कार्रवाई के लिए दो पोकलेन (बुलडोजर), जेसीबी, डंपर सहित अन्य वाहनों के मौके पर पहुंचते ही व्यापारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में दुकानों में रखा सामान खाली करने में व्यापारी जुड़ गए। दुकान खाली होते अधिकारियों के निर्देश पर अवैध निर्माण बुलडोजर ने तोड़ना शुरू कर दिया। सुरक्षा के मद्देनजर क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बंद करने के साथ ही नाले पर बनी दुकानों को दिए गए मीटर कनेक्शन भी बिजली कर्मचारियों द्वारा तत्काल निकाल दिए गए।

बड़ी संख्या में तैनात पुलिस व प्रशासनिक अमला

कार्रवाई के दौरान नगर पालिका सीएमओ आरके कुर्वेती, तहसीलदार रविंद्र पारधी, सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीओपी पुरुषोत्तम मरावी सहित प्रशासनिक अमला व पुलिस बल, नगर पालिका के कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। बस स्टैंड में चल रही तोड़फोड़ की कार्रवाई को देखने के लिए लोगों का हुजूम लग गया। वहीं वाहनों के आवागमन को व्यवस्थित बनाए रखने के लिए पुलिस बल को मशक्कत करनी पड़ी। सीएमओ आरके कुर्वेती ने नईदुनिया को बताया कि नाले पर किए गए सभी अवैध निर्माण को कार्रवाई कर तोड़ा जाएगा। यह कार्रवाई पूरे दिन चलती रहेगी।

कब्जाधारियों में हड़कंप का माहौल

अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई देखकर कब्जाधारियों में हड़कंप मच गया। लोगों ने सरकारी नाले पर कब्जा कर पक्की दुकानें तान ली। बुलडोजर (पोकलेन) ने कब्जों को देखते ही देखते ध्वस्त कर दिया। नाले के ऊपर बनी दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई चलती रहेगी। नाले के पक्के निर्माण बुलडोजर से जैसे जैसे तोड़ना शुरू किया, सड़क किनारे मलवे का ढेर लगने लगा। अतिक्रमण विरोधी मुहिम शुरू होते ही ऐसे लोगों को डर सताने लगा है जिन्होंने बिना कुछ सोचे समझे सरकारी नाले व जमीन पर पक्के कब्जे कर रखे हैं। आम लोगों के लिए उपयोगी सरकारी नाले व जमीन को कब्जों ने निगल लिया है। कार्रवाई से टेलीफोन, बिजली की कई लाइनें क्षतिग्रस्त हुई हैं। इन लाइनों के सुधार में अमला जुट गया है।