भोपाल-इंदौर पुलिस में होगा बदलाव
सालों से जमे नेताओं के चहेतों पर गिरेगी तबादले की गाज
नवंबर में होंगे अफसरों के तबादले


भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रशासनिक व्यवस्था में कसावट लाने के लिए कड़े फैसले लेने की तैयारी में है। हाल ही में मुख्यमंत्री के निर्देश पर भोपाल में हुक्का लाउंज से लेकर नशा माफिया तक पर बड़ी कार्रवाई हुई है। खास बात यह है कि माफिया को संरक्षण देने वाले पुलिस वालों पर भी सरकार की टेड़ी नजर है। यही वजह है कि भोपाल, इंदौर से लेकर सिंगरौली मेें भी अवैध संदिग्ध पुलिस अफसरों पर गाज गिरी है। पिछले महीने झाबुआ कलेक्टर -सपी को हटाकर मुख्यमंत्री अफसरों को साफ संदेश दे चुके हैं, कि सुधर जाएं नहीं सुधार दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री हर सभा में अफसरों को चेता रहे हैं कि सरकारी कामकाज में सुशासन का राज दिखना चाहिए।
प्रदेश में 31 अक्टूबर तक सेवा अभियान चल रहा है। इस दौरान लोगों को सरकारी सेवाओं का लाभ घर बैठे देने के लिए प्रशासनिक अमला घर-घर पहुंच रहा है। मुख्यमंत्री भी जिलों में पहुंचकर इन अभियानों में हिस्सा ले रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री अफसरों को नसीहत भी दे रहे हैं कि जनता को किसी भी स्थिति में असुविधा नहीं होना चाहिए। शिकायत मिलने पर कार्रवाई के लिए तैयार रहें। पिछले दिनों से मुख्यमंत्री भ्रष्टों पर कार्रवाई कर रहे हैं। आगे  ताबड़तोड़ कार्रवाई हो सकती है।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज होने वाली शिकायतों से भी फीडबैक ले रहे हैं। जिसमें नशे की शिकायतों से लेकर, अवैध वसूली, भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतें भी शामिल हैं। ऐसी शिकायतों के आधार पर ही अफसरों से पूछ-परख की जा रही है।
प्रदेश में आईएएस एवं आईपीएस अफसरों के तबादले महीनों से लंबित है। फिलहाल तबादले की संभावना कम है। नवंबर में मुख्यमंत्री्र अफसरों के तबादलों पर निर्णय ले सकते हैं। इसमें बड़ी संख्या में कलेक्टर, एसपी प्रभावित होंगे। मंत्रालय एवं विभागाध्यक्ष कार्यालय में भी बदलाव होगा।