हैदराबाद में नागोलू में 9 साल की स्टूडेंट वर्षिता ने सुसाइड कर लिया। 9 साल की वर्षिता ने पहले ऑटो बुक किया, फिर घर से दूर चंद्रपुरी पहुंची। जहां उसने एक चार मंजिला इमारत की छत से छलांग लगा दी। बिल्डिंग के वॉचमैन और आस-पास के लोगों ने वर्षिता को हॉस्पिटल पहुंचाया, लेकिन गंभीर चोटें होने के कारण उसने दम तोड़ दिया। हालांकि, उसने आत्महत्या क्यों की, इसका पता नहीं चल सका।

मामले की जांच कर रहे ACP श्रीधर रेड्डी के मुताबिक वर्षिता मंसूराबाद के मधुरानगर में कॉलोनी रोड नंबर 5 में रहने वाले सत्यनारायण रेड्डी और प्रभावती की बेटी है। प्रारंभिक जांच और मेडिकल टेस्ट से पता चला कि उसका किसी भी तरह से यौन शोषण नहीं किया गया था। पुलिस इस मामले की कई एंगल से जांच कर रही है। पहले CCTV फुटेज की मदद से ऑटो वाले को खोजा। वर्षिता घर से 5:30 बजे चिप्स का पैकेट खरीदने निकली थी, लेकिन उसने मंसूराबाद से ऑटो बुक किया और चंद्रपुरी पहुंच गई। ऑटो ड्राइवर दुर्गेश ने संदेह के चलते उससे पूछा कि वो यहां क्या करने आई है, तो वर्षिता ने कहा कि उसके पापा का ऑफिस है। फिर दुर्गेश ने वर्षिता के बताए नंबर पर कॉल किया, जो रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद दुर्गेश 20 रुपए किराया लेकर वर्षिता को छोड़कर चला गया। 
पुलिस ये भी जांच कर रही है कि क्या वर्षिता धोखे से गिरी या उसे किसी ने धक्का मारा। पड़ोसियों के मुताबिक वर्षिता पढ़ाई में बहुत अच्छी थी और बेहद संवेदनशील थी। हो सकता है कि उसने पारिवारिक कलह से प्रभावित होकर आत्महत्या कर ली होगी। वर्षिता नलगोंडा जिले में चित्यला मंडल के वाणीपाकला गांव के रहने वाले सत्यनारायण रेड्डी और प्रभावती की दूसरी बेटी थी। सत्यनारायण किसान हैं और प्रभावती टीचर। वर्षिता छठी क्लास में पढ़ती थी। कुछ समय पहले ही इनका परिवार मंसूराबाद के मधुरानगर कॉलोनी में रहने आया था।