इंदौर । गैर ब्रांडेड खाद्य सामग्री को जीएसटी के दायरे में लाने का विरोध शुरू हो गया है। कारोबारियों ने गुरुवार से देशव्यापी आंदोलन खड़ा करने की घोषणा की है। सोमवार को दिल्ली में अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इंदौर से आल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन और सकल अनाज तिलहन व्यापारी संघ के पदाधिकारी भी बैठक में शामिल होने पहुंचे थे।18 जुलाई से सरकार सभी तरह के पैक आटा, दाल, चावल, अनाज, दही, लस्सी और अन्य खाद्य पदार्थों पर 5 प्रतिशत जीएसटी लागू कर रही है। व्यवसायी इसका विरोध कर रहे हैं। इसे वादाखिलाफी करार देते हुए कह रहे हैं कि 2017 में जीएसटी लागू करते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि अनाज व आटा-दालें जीएसटी से बाहर रहेंगी। व्यापारी डरे हुए हैं कि इससे न केवल महंगाई बढ़ जाएगी बल्कि इससे व्यवसायियों की जीएसटी औपचारिकता पूरी करने की परेशानी भी बढ़ेगी। सोमवार को दिल्ली में इसी मुद्दे पर देशभर के व्यापारियों की बैठक बुलाई गई।