मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में नगर पालिका के सब इंजीनियर ने बीमारी से तंग आकर मौत को गले लगा लिया। सब इंजीनियर चेतन भुमरकर ने आत्महत्या करने के लिए इंजीनियरिंग तकनीक का इस्तेमाल किया। आत्महत्या के तरीके को देखकर लोग हैरान हैं। सब इंजीनियर ने सुसाइड करने के लिए पहले चेहरे पर पॉलीथिन लपेटी और फिर पाइप के जरिए नाइट्रोजन गैस भरी, गैस के चलते दम घुटने से सब इंजीनियर की मौत हो गई। सब इंजीनियर अपने एक रूम मेट के साथ रहा करता था आत्महत्या करने से पहले उसने अपने रूम मेट को रिलेटिव आने की बात कह कर उसके घर भेज दिया, जब दो दिन से दरवाजा नहीं खुला तो खाना बनाने वाली मेड ने रूम मेट और पड़ोसी को बताया, जिसके बाद पुलिस को जानकारी मिली और दरवाजा तोड़ा गया। पुलिस जैसे ही अंदर पहुंची तो सब इंजीनियर के सुसाइड का पता चला।