नई दिल्ली। गौतम अडानी का अडानी ग्रुप सऊदी अरब की तेल कंपनी सऊदी अरामको के साथ एक बड़ी डील कर सकता है। खबरों के मुताबिक गौतम अडानी की कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी तेल निर्यातक सऊदी अरामको की कुछ हिस्सेदारी भी खरीद सकती है। ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि गौतम अडानी की कंपनी सऊदी अरामको के साथ ज्वॉइंट इंवेस्टमेंट और संभावित सहयोग को लेकर शुरुआती बातचीत के दौर में है। अडानी समूह कंपनी में सऊदी अरब के पब्लिक इंवेस्टमेंट फंड (पीआईएफ) की हिस्सेदारी खरीद सकता है। खबर के मुताबिक सऊदी अरामको की हिस्सेदारी खरीदने के लिए भले अडानी ग्रुप को अभी करोड़ों डॉलर खर्च करने होंगे। आने वाले समय ये डील संपत्तियों के हस्तांतरण में या अरामको या उसकी सब्सिडियरी साबिक जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी में बदल सकती है। ये साझेदारी रिन्यूएबल एनर्जी, क्रॉप न्यूट्रिएंट्स या केमिकल सेक्टर में हो सकती है। 
  इतना ही नहीं इस डील में अडानी ग्रुप पीआईएफ को इंडिया के इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में निवेश करने के लिए कह सकती है। हालांकि अभी इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, क्योंकि बातचीत काफी शुरुआती चरण में है। इस बारे में अडानी ग्रुप, सऊदी अरामको और पीआईएफ ने किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं की है। अडानी ग्रुप के साथ ये डील सऊदी अरामको को भारत जैसे दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते एनर्जी कंज्यूमर्स से जोड़ सकती है। सऊदी अरामको ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ 15 अरब डॉलर के निवेश को लेकर करीब 2 साल तक बातचीत की। लेकिन पिछले साल नवंबर में ये बातचीत टूट गई।