ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच कराची में खेला गया दूसरे टेस्ट का रोमांचक मोड़ पर अंत हुआ। ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान के सामने 506 रन का लक्ष्य रखा था। जवाब में पाकिस्तान की टीम ने जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट गंवाकर 443 रन बनाए और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को विकेट नहीं लेने दिया।  उम्मीद की जा रही थी कि ऑस्ट्रेलियाई टीम दो दिन में तो पाकिस्तान को समेट ही देगी, लेकिन पिच बल्लेबाजों की मददगार साबित हुई और आखिर-आखिर तक तो ऐसा भी लग रहा था पाकिस्तानी टीम यह मैच जीत जाएगी, लेकिन मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ

पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में दो मुकाबले ड्रॉ पर समाप्त हुए हैं। ऐसे में खराब पिच को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की खूब आलोचना हो रही है। रावलपिंडी में खेले पहले टेस्ट के बाद तो खुद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने उस पिच को औसत से नीचे का बताया था। अब कराची को लेकर भी कुछ ऐसी प्रतिक्रिया आ सकती है। अब पाकिस्तान के कई पूर्व क्रिकेटर्स भी इस तरह की पिच के लिए पीसीबी की आलोचना कर रहे हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान टीम जब घरेलू मैदान का फायदा नहीं उठा पा रही तो ऐसा पिच किस काम का। इसको देखते हुए पीसीबी के अध्यक्ष रमीज राजा ने विदेशी क्यूरेटर का रुख किया है। 

पीसीबी चीफ ने लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में सोमवार से शुरू हो रहे तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच की तैयारियों पर नजर रखने के लिए आईसीसी एकेडमी के पूर्व मुख्य क्यूरेटर टोबी लम्सडेन से मदद मांगी है। पीसीबी ने कहा है कि लम्सडेन 10 दिन के लिये लाहौर पहुंचे हैं और वह लाहौर टेस्ट की पिच तैयार करने में स्थानीय क्यूरेटरों की मदद करेंगे। ऐसे में एक पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने रमीज राजा को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से भी मदद मांगने को कहा है। उन्होंने भारतीय पिच क्यूरेटर्स से पिच बनाने के लिए मदद मांगने के लिए कहा है। 

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज आकिब जावेद ने कहा है कि पीसीबी को स्पिनरों की मददगार पिच तैयार करने के लिये भारतीय क्यूरेटर्स की मदद लेनी चाहिए। आकिब ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा- मुझे नहीं लगता कि पीसीबी को कहीं और से मदद मांगने की जरूरत है। मुंबई, बेंगलुरू, चेन्नई के क्यूरेटरों से पता करें कि वे टर्न लेने वाली पिच कैसे तैयार करते हैं। भारत में स्पिनर हावी रहते हैं। मुझे हैरानी है कि अब तक पाकिस्तान टर्न लेने वाली पिच तैयार नहीं की, जिससे हमारे स्पिनर्स को मदद मिलती।