टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए सेंचुरियन में खेले गए पहले टेस्ट मैच में रिकॉर्ड जीत दर्ज की। क्रिकेट प्रेमी अभी इस ऐतिहासिक जीत का जश्न मना ही रहे थे कि एक बुरी खबर आ गई। सेंचुरियन टेस्ट में धीमी गति से गेंदबाजी करने के लिए भारतीय टीम को तरह की सजा मिली है। पहली सजा के रूप में मैच फीस का 20 फीसदी हिस्सा काट लिया गया है। भारतीय टीम को इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता, लेकिन दूसरे सजा की बड़ी कीमत चुकाना पड़ सकती है। दूसरी सजा के रूप में भारतीय टीम का विश्व टेस्ट चैंपियनशिप से एक अंक काट लिया गया है। आईसीसी मैच रेफरी एंड्रयू पाइक्रॉफ्ट ने भारत के लक्ष्य से एक ओवर कम होने के बाद यह प्रतिबंध लगाया।

विराट कोहली ने मानी गलती, आगे सुनवाई नहीं- भारत के कप्तान विराट कोहली ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। यानी अपराध के लिए दोषी ठहराया जाने के मामले में कोई औपचारिक सुनवाई नहीं होगी। यदि टीम मैनेजमेंट सजा के खिलाफ अपील करता तो आईसीसी का पैनल सुनवाई करता। अंपायर मरैस इरास्मस, एड्रियन होल्डस्टॉक, अल्लाहुद्दीन पालेकर और बोंगानी जेले ने टीम इंडिया पर धीमी गति से गेंदबाजी करने का आरोप लगाया था।

ICC World Test Championship (WTC) में भारत का अंक कटा- ICC World Test Championship (WTC) में 1 अंक का कम होना वास्तव में महत्वपूर्ण हो सकता है। इसके कारण टीम इंडिया फाइनल खेलने से चूक भी सकती है। पिछली बार ऑस्ट्रेलिया के साथ ऐसा ही हुआ था और उसको अंतिम चक्र में पता चला था कि एक अंक की कीमत क्या होती है।