भोपाल । प्रदेश के अनूपपुर जिले में सवा दो करोड़ रुपए मूल्य से ज्यादा का चावल खराब हो गया। गोदाम में रखा साढ़े 12 हजार बोरी चावल और 117 बोरी गेहूं पूरी से तरह से बर्बाद हो गया। यह पूरा मामला साल 2018-19 एवं 2019-20 का है। सूत्रों के अनुसार, जिले के शुभ वेयर हाउस बिजुरी में भंडारित कराया गया 6 हजार 51 क्विंटल चावल पूरी तरह से खराब हो जाने के बाद जिला प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेकर भंडारित चावल की जांच तीन सदस्यीय टीम गठित कर कराई गई।जो चावल की जांच की जिसमें गोदाम के अंदर भंडारित 12 हजार 50 बोरी चावल एवं 117 बोरी गेहूं को मानव उपभोग के लायक नहीं पाया गया। इस गोदाम को सील कर दिया गया है।मध्य प्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कॉर्पोरेशन अनूपपुर के जिला प्रबंधक एवं केन्द्र प्रभारी की गलती के कारण दो करोड़ 29 लाख 94 हजार 256 रुपये का चावल खाने योग्य नहीं पाया गया है। जानकारी अनुसार गोदाम में भंडारित 6051.12 क्विंटल चावल जिसकी कीमत 2 करोड़ 29 लाख 94 हजार 256 रूपये की नॉन अनूपपुर के जिला प्रबंधक व केन्द्र प्रभारी की लापरवाही से शासन को आर्थिक क्षति पहुंची है। जानकारी अनुसार शुभ वेयर हाउस में बिजुरी के गोदाम क्रमांक 25 में मप्र स्टेट सिविल सप्लाईज कॉर्पोरेशन अनूपपुर द्वारा वर्ष 2018-19 में सीएमआर चावल 3593 बोरी वजन 1821.87 एवं वर्ष 2019-20 में 8457 बोरी वजन 4229.25 क्विंटल चावल अन्नापूर्णा राईस मिल, आयशा राईस मिल एवं गजानंद राईस मिल द्वारा मिलिंग कर जमा कराया गया था।बताया गया गोदाम के पांच स्टेक व 3 अधूरे स्टेक में रखे चावल व गेहूं की 117 बोरी खराब हो गई, जो खाने योग्य ही नहीं बची है। 6051.12 क्विंटल चावल के खराब हो जाने पर मप्र स्टेट सिविल सप्लाईज कॉर्पोरेशन अनूपपुर (नॉन) एवं मप्र वेयर हाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन शाखा कोतमा द्वारा एक दूसरे पर आरोप लगा रहे है। जिसमें नॉन द्वारा शुभ वेयर हाउस बिजुरी में भंडारित उक्त खाद्यान्ना के खराब हो जाने पर भंडार गृह निगम द्वारा समुचित रख रखाव न किये जाने, गोदाम न खुलने के कारण चावल में लूढी एवं कीट युक्त हो जाने का आरोप लगाया गया। एक वर्ष पूर्व ही चावल हो चुका था खराब जानकारी के अनुसार मप्र स्टेट सिविल सप्लाईज कॉर्पोरेशन लिमिटेड प्रदाय केन्द्र कोतमा द्वारा शुभ वेयर हाउस बिजुरी के गोदाम क्रमांक 25 में भंडारित चावल वर्ष 2021 में ही खराब हो गया था जिस पर क्षेत्रीय प्रबंधक सतना की संयुक्त टीम द्वारा उक्त गोदाम एवं चावल का निरीक्षण करते हुये जिला प्रबंधक अनूपपुर द्वारा चावल की सप्लाई हेतु आदेश दिये गये थे जिस पर 700 बोरी चावल को छन्ना कराया गया लेकिन नॉन के तत्कालीन जिला प्रबंधक एसडी बिरहा द्वारा हम्माली की दर स्वीकृत न होने पर कार्य रूकवा दिया गया था। इतना ही नहीं, वेयर हाउस कोतमा के शाखा प्रबंधक द्वारा भी 3 जनवरी 2021 को क्षेत्रीय प्रबंधक डब्ल्यूएलसी रीवा को पत्र के माध्यम से चावल की गुणवत्ता के संबंध में एवं 34 क्विंटल गेहूं का आटा फारमेशन हो जाने की सूचना दी गई। लेकिन क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारियों द्वारा भी उक्त चावल का बीआरएल नही किया गया। कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी कोतमा सीमा सिन्हा ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर तीन सदस्यीय टीम द्वारा शुभ वेयर हाउस बिजुरी में भंडारित चावल एवं गेहूं के गुणवत्ता की जांच की गई है। जहां 6051.12 क्विंट चावल एवं 34 क्विंटल गेहूं मानव के खाने के योग्य नही बचा है। जांच के बाद उक्त खाद्यान्न के वितरण को रोकने हेतु गोदाम को सील कर दिया गया है। प्रशासन द्वारा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कहीं जा रही है।